#धरती_पर_अवतार
पांच सहंस अरु पांच सौ पांच, जब कलयुग बीत जाए।
महापुरुष फरमान तब, जग तारण को आये।।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ने 600 वर्ष पूर्व कहा था कि 5505 वर्ष जब कलियुग बीत जायेगा तब महापुरुष अर्थात मैं स्वयं विश्व के कल्याण के लिए अवतरित होऊँगा। परमेश्वर का वह अवतार संत रामपाल
#धरती_पर_अवतार
संत रामपाल जी महाराज का जन्म 8 सितंबर 1951 को हुआ और 7 सितम्बर 1971 को सतगुरू रामपाल जी महाराज पूरे 20 वर्ष के हो गए थे। जिससे स्पष्ट है कि संत रामपाल जी महाराज ही वह पूर्ण अवतारी संत हैं। 🌱
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#धरती_पर_अवतार
" वह अवतार जिसकी लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं, वह 20 वर्ष का हो चुका है।"🙇✨
जय गुरुदेव पंथ के संस्थापक तुलसीदास जी द्वारा 7 सितंबर 1971 को लिखी उपरोक्त भविष्यवाणी सिर्फ संत रामपाल जी महाराज पर ही सही बैठती है क्योंकि 8 सितंबर 1951 को अवतरित हुए संत रामपाल जी महाराज,
#आदिगणेश_ये_है
आदि गणेश सर्वशक्तिमान कबीर साहेब जी हैं, जो हम सब आत्माओं के पिता हैं और हमें मोक्ष प्रदान कर सकते हैं। इसके अलावा हमारे पवित्र शास्त्रों में भी यही प्रमाण है।
#GodMorningWednesday
आंध्र प्रदेश की जगन सरकार तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने के लिए गोमांस की चर्बी का इस्तेमाल कर रही थी
हिंदुओं की पवित्रता को खराब करने के लिए अधर्मी नीचता में उतर चुके है
#Tirupati #TirupatiLaddu #beef #शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल #IndVsBan
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
The Yajurveda, Chapter 40, Verse 9, states that those who engage in practices against the scriptures, are destined for darkness.
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Tattvadarshi Sant Rampal Ji
आंध्र प्रदेश की जगन सरकार तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने के लिए गोमांस की चर्बी का इस्तेमाल कर रही थी
हिंदुओं की पवित्रता को खराब करने के लिए इससे बड़ा अपराध ओर कोई नहीं हो सकता है।
#Tirupati #TirupatiLaddu #beef #शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल #IndVsBan #YaCasiVenezuela
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
In Chapter 7 Verse 18 of the Holy Gita, the giver of the knowledge of Gita (Kaal) has described his devotion as the best. Whereas most of the devotees are engaged in the worship of Gods and Goddesses. To know the scripture-based sadhana to attain the
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
ज्यादातर श्रद्धालु देवी-देवताओं की भक्ति में ही लगे हुए हैं।
VS
शास्त्र अनुकूल साधना
जबकि पवित्र गीता के अध्याय 7 श्लोक 18 में गीता ज्ञान दाता (काल) ने अपनी भक्ति को भी अश्रेष्ठ बताया है।
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
गीता अध्याय 7 श्लोक 20-23 में स्पष्ट कहा है कि जो लोग देवी-देवताओं की पूजा करते हैं, वे अल्पबुद्धि हैं और उन्हें केवल क्षणिक फल प्राप्त होते हैं।
जबकि गीता अध्याय 15 श्लोक 4 व अध्याय 18 श्लोक 62 के अनुसार पूर्ण परमात्मा की भक्ति से परम शांति और
#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
अनेक देवी-देवताओं की पूजा करना
शास्त्र विरुद्ध साधना है।
शास्त्रों के अनुसार, एक सर्वशक्तिमान पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की भक्ति पूर्ण संत द्वारा नाम उपदेश लेकर करना शास्त्र अनुकूल साधना है। वर्तमान में पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी हैं।