जिस पल आती है ..
आपकी महकती हुई यादें .....
वो लम्हे मेरी ज़िन्दगी के बेमिसाल
हो जाते है ,,
जब कभी मैं ..आपके ख्यालों से हमख्याल...
होती हूं ..तो मैं खुद के ख्याल से भी..
बेख्याल हो जाती हूं...!
अतरंगी
ऐसा नही कि पुनः प्रेम नही हो सकता
ऐसा भी नही कि
कोई प्रेम करने वाला नही मिलेगा
ऐसा भी नही कि
कोई तुमसा ना मिलेगा
सब हो सकता पुनः
परन्तु.
हृदय अटका पड़ा तुझमें
जिसे कोई और चाहिए भी नहीं
जिसे तुमसे अच्छा कोई दिखता नही खैर.
ये बात अलग हैं कि
प्राप्त तो तुम भी मुझे नही
उन पुरुषों के सिर चूमने लायक होते है जिन्होंने सम्बन्ध समाप्त होने के बाद भी..
अपनी प्रेमिका की शरीर पर गिने गए तिलों के राज़ को स्वयं तक ही सीमित रखते है..❤️
कुछ स्त्रियां नहीं चाहती है ऐसी शुरुआती मोहब्बत ....जिसमें कुछ आंसू देखकर.......
वो प्रेमी दुनियां हिलाने की बात करे......
बल्कि वो तो चाहती है केवल सरल प्रेम.....
जो उम्र के कई पड़ाव बीत जाने के बाद भी....
वो प्रेमी उसकी उदासी से बेचैन हो जाए....!!
आखिर वो मंज़िल तो कहीं ना कहीं "किसी ना किसी" में मिल ही जाएगी ,
मगर
गुमराह तो वो है, जो मुझ जैसी अतरंगी को पाने ....घर से निकल कर मुझ तक पहूंचे ही नहीं..... !
ना बताओ बात हमें तजुर्बों की..!
कुछ पन्ने क़िताबों के मुड़े रहने दो..!!
छू लो आसमाँ, चाहे नाप लो समंदर..!
मगर पांव ज़मीं से जुड़े रहने दो..!!
शुभ रात्रि
किसी के दिल में बसना.…...
बुरा तो नहीं ................,
किसी को दिल में बसाना
खता तो नहीं...........।
अगर है...ये ज़माने की नज़र में
बुरा.......तो क्या हुआ ...?
ज़माने वाले भी इन्सान ही हैं ....
कोई भगवन तो नहीं ....
तुम्हारे जाने के बाद मुझे नहीं लगता था...कि
मुझे फिर से प्रेम होगा...!
पर मुझे प्रेम हुआ...!
किताबों से, फूलों की खुशबू से,...सुबह की ठंडी हवा से...शाम के उस हल्के नीले...पर ज्यादा गुलाबी आसमान से...!
लेकिन मुझे प्रेम हुआ...!!
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ....
हिंदी सिर्फ़ एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और पहचान की धरोहर है। हिंदी को गर्व से बोलें, लिखें
और अपने विचारों को व्यक्त करें।
आइए, हिंदी को ओर समृद्ध और सशक्त बनाएं....!!