Kavita Dasi
@kavita_das54911
Sant Rampalji Maharaj is Real God
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13-02-2024 04:34:01
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#आओ_जानें_सनातन_को
जगत कल्याण हेतु वर्तमान समय में केवल सतगुरु रामपाल जी महाराज ही सनातन शास्त्रों (गीता वेद पुराणों) के गूढ़ रहस्यों को उजागर कर पूर्ण मोक्ष की यथार्थ भक्ति विधि प्रदान कर रहे है, सनातन धर्म को पुनर्स्थापित कर रहे है
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
सभी धर्मों के धर्मगुरु कहते है कि प्रारब्ध/पापकर्म तो भोगना ही पड़ता है जबकि जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज बताते है कि सनातन धर्म के आधारभूत शास्त्र यजुर्वेद अध्याय 5 श्लोक 32, अध्याय 8 श्लोक 13 में स्पष्ट लिखा है
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
नकली धर्मगुरुओं द्वारा सनातन धर्म के विपरीत भगवान प्राप्ति के लिए तपस्या (हठयोग) करने के लिए कहा जाता है।
जबकि तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज गीता अध्याय 17 श्लोक 5-6 में तपस्या (हठयोग) करने वालों को आसुर स्वभाव के कहा गया है
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
जगत कल्याण हेतु वर्तमान समय में केवल सतगुरु रामपाल जी महाराज ही सनातन शास्त्रों (गीता वेद पुराणों) के गूढ़ रहस्यों को उजागर कर पूर्ण मोक्ष की यथार्थ भक्ति विधि प्रदान कर रहे है, जिससे कलियुग में सतयुग की परिकल्पना साकार सिद्ध होगी।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
पवित्र गीता जी अध्याय 16 श्लोक 23 व 24 में कहां है कि जो पुरुष शास्त्र विधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनको सुख,शांति ,सिद्धि ,परम गति कुछ भी प्राप्त नहीं होता अर्थात व्यर्थ है l
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
सनातन धर्म महान इसीलिए है क्योंकि सनातन धर्म में केवल एक परमेश्वर
गीता अध्याय 9 के श्लोक 25 में गीता ज्ञान दाता कहता है कि देवताओं को पूजने वाले देवताओं को,पितरों को पूजने वाले पितरों को और भूतों को पूजने वाले भूतों को प्राप्त होते हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
पवित्र गीताजी के अध्याय 18 श्लोक 62 में उस परमात्मा के सनातन परम धाम की महिमा की गई है एवं अध्याय 15 के श्लोक 17 में तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करने वाले उत्तम पुरुष को अविनाशी, परमेश्वर, परमात्मा बताया गया है।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
पवित्र गीताजी के अध्याय 18 श्लोक 62 में उस परमात्मा के सनातन परम धाम की महिमा की गई है एवं अध्याय 15 के श्लोक 17 में तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करने वाले उत्तम पुरुष को अविनाशी, परमेश्वर, परमात्मा बताया गया है।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
सनातन धर्म महान इसीलिए है क्योंकि सनातन धर्म में केवल एक परमेश्वर
गीता अध्याय 9 के श्लोक 25 में गीता ज्ञान दाता कहता है कि देवताओं को पूजने वाले देवताओं को,पितरों को पूजने वाले पितरों को और भूतों को पूजने वाले भूतों को प्राप्त होते हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
पवित्र गीता जी अध्याय 16 श्लोक 23 व 24 में कहां है कि जो पुरुष शास्त्र विधि को त्याग कर मनमाना आचरण करते हैं उनको सुख,शांति ,सिद्धि ,परम गति कुछ भी प्राप्त नहीं होता अर्थात व्यर्थ है l
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
जगत कल्याण हेतु वर्तमान समय में केवल सतगुरु रामपाल जी महाराज ही सनातन शास्त्रों (गीता वेद पुराणों) के गूढ़ रहस्यों को उजागर कर पूर्ण मोक्ष की यथार्थ भक्ति विधि प्रदान कर रहे है, जिससे कलियुग में सतयुग की परिकल्पना साकार सिद्ध होगी।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आओ_जानें_सनातन_को
नकली धर्मगुरुओं द्वारा सनातन धर्म के विपरीत भगवान प्राप्ति के लिए तपस्या (हठयोग) करने के लिए कहा जाता है।
जबकि तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज गीता अध्याय 17 श्लोक 5-6 में तपस्या (हठयोग) करने वालों को आसुर स्वभाव के कहा गया है
Sant Rampal Ji Maharaj