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@Lekhni_

#लेखनी है, मित्रों का एक समूह जो रचनाकारों के दिन विशेष पर उन के गद्य और पद्य के अंश ट्वीट कर के उन्हें याद / प्रोत्साहित करता है और स्वयं आनन्दित होता है। 😊

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राणा प्रताप की खुद्दारी, भारत माता की पूंजी है।
ये वो धरती है जहां कभी, चेतक की टापें गूंजी है।

पत्थर-पत्थर में जागा था, विक्रमी तेज़ बलिदानी का।
जय एकलिंग का ज्वार जगा, जागा था खड्ग भवानी का !

~ पं नरेंद्र मिश्र
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राणा प्रताप की खुद्दारी, भारत माता की पूंजी है। ये वो धरती है जहां कभी, चेतक की टापें गूंजी है। पत्थर-पत्थर में जागा था, विक्रमी तेज़ बलिदानी का। जय एकलिंग का ज्वार जगा, जागा था खड्ग भवानी का ! ~ पं नरेंद्र मिश्र #प्रताप_जयंती ⚔️ #देश_भक्ति #लेखनी✍️
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समराँगण में अरियों तक से, इस योद्धा ने छल नहीं किया।
सम्मान बेचकर जीवन का, कोई सपना हल नहीं किया।।

मिट्टी पर मिटने वालों ने, अब तक जिसका अनुगमन किया।
राणा प्रताप के भाले को, हिमगिरि ने झुककर नमन किया।।

~पं नरेंद्र मिश्र
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समराँगण में अरियों तक से, इस योद्धा ने छल नहीं किया। सम्मान बेचकर जीवन का, कोई सपना हल नहीं किया।। मिट्टी पर मिटने वालों ने, अब तक जिसका अनुगमन किया। राणा प्रताप के भाले को, हिमगिरि ने झुककर नमन किया।। ~पं नरेंद्र मिश्र #प्रताप_जयंती⚔️ #देश_भक्ति #लेखनी ✍️
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नव वसंत की रूप राशि का ऋतु उत्सव यह उपवन,
सोच रहा हूँ, जन जग से क्या सचमुच लगता शोभन !

या यह केवल प्रतिक्रिया, जो वर्गो के संस्कृत जन,
मन में जागृत करते, कुसुमित अंग, कंटकावृत मन !

~ सुमित्रानंदन पंत
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नव वसंत की रूप राशि का ऋतु उत्सव यह उपवन, सोच रहा हूँ, जन जग से क्या सचमुच लगता शोभन ! या यह केवल प्रतिक्रिया, जो वर्गो के संस्कृत जन, मन में जागृत करते, कुसुमित अंग, कंटकावृत मन ! ~ सुमित्रानंदन पंत #सुहानी_भोर 🌄 #काव्य_कृति ✍️
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मैं तो नद का परमार्थ इसे मानूँगा
हित उसका उससे अधिक कौन जानूँगा?
जितने प्रवाह हैं, बहें-- बहें वे,
निज मर्यादा में किन्तु सदैव रहें वे !

~ मैथिलीशरण गुप्त
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आरती सिंह 🕊️(@AarTee33) 's Twitter Profile Photo

बदला ले लो, सुख की घड़ियों!

सौ-सौ तीखे काँटे आये
फिर-फिर चुभने तन में मेरे!
था ज्ञात मुझे यह होना है क्षण भंगुर स्वप्निल फुलझड़ियों!
बदला ले लो, सुख की घड़ियों..!!

~ हरिवंशराय बच्चन

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रात क्या सख्त बला है, ये अगर देखना हो,
कभी इक रात गुज़ारो, किसी बीमार के साथ..!!💫

~ फ़रहत एहसास
बज़्म-ए-शोअरा ✍️
Farhat Ehsas (official account)

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@PihuShah30 @AnuG3108 @Margrtmacwan @imrajan11 @abhi988928 @AbhaGup75806601 sirOne. 🆚️ Sisodia अरविन्द यादव (Abhi) 🇮🇳 Dr. Abdul Qadir Pasha Asfaque Ali @SaritaaroraS S S Madan Batra K Florid jamal Narpati C Pareek 🇮🇳 Dr.Geeta singh S𝖍w𝕖tα 🐦 @Kumar_Asambhav बीनाKapur Rakheeraaj ♥ blessed_mom ♥ Munawar Rana Sukhvir Garcha Anil Tyagi Munaf Ali Malti vishwakarma @sbsinghNTPC @Sarita25148177 Satish Batra Belauss Akhter Zaidi Jahangir Imam Imtiyaz Memon Manish Rao @neeti_ns Mukesh 🇮🇳(मोदी का परिवार) 🇮🇳🚩Geetanjali 🇮🇳🚩 g katyan misra KULDEEP R SHARMA arti bajpai dubey @shailendra_bj جون سی जौनसी शिखा Noshi Gilani VishaL . Adil Akhtar Yogesh Mishra sushma sharma ऐ मेरे हमनशीं चल कहीं और चल,
इस चमन में अब अपना गुज़ारा नहीं
बात होती गुलों तक तो सह लेते हम,
अब तो कांटों पे भी हक़ हमारा नहीं,
दी सदा दार पर और कभी तूर पर,
किस जगह मैंने तुमको पुकारा नहीं,
ठोकरें यूँ खिलाने से क्या फायदा
साफ कह दो कि मिलना ग़वारा नहीं

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हियँ निर्गुन नयनन्हि सगुन रसना राम सुनाम।
मनहुँ पुरट संपुट लसत लसत तुलसी ललित ललाम ।।7।।

वली

भावार्थ : हृदय में निर्गुण ब्रह्म का ध्यान, नेत्रों के सामने सगुण स्वरूप की सुंदर झांकी और जीभ से सुंदर राम-नाम का जप करना। तुलसीदास जी कहते हैं…

हियँ निर्गुन नयनन्हि सगुन रसना राम सुनाम। मनहुँ पुरट संपुट लसत लसत तुलसी ललित ललाम ।।7।। #तुलसीदास #दोहावली #दोहा #काव्य_कृति #लेखनी भावार्थ : हृदय में निर्गुण ब्रह्म का ध्यान, नेत्रों के सामने सगुण स्वरूप की सुंदर झांकी और जीभ से सुंदर राम-नाम का जप करना। तुलसीदास जी कहते हैं…
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अणु-अणु पै मेवाड के, छपी तिहारी छाप।
तेरे प्रखर प्रताप तें, राणा प्रबल प्रताप॥

जगत जाहिं खोजत फिरै, सो स्वतंत्रता आप।
बिकल तोहिं हेरत अजौं, राणा निठुर प्रताप॥

हे प्रताप! मेवाड मे, तुहीं समर्थ सनाथ।
धनि-धनि तेरे हाथ ये, धनि-धनि तेरो माथ॥

~वियोगी हरि
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अणु-अणु पै मेवाड के, छपी तिहारी छाप। तेरे प्रखर प्रताप तें, राणा प्रबल प्रताप॥ जगत जाहिं खोजत फिरै, सो स्वतंत्रता आप। बिकल तोहिं हेरत अजौं, राणा निठुर प्रताप॥ हे प्रताप! मेवाड मे, तुहीं समर्थ सनाथ। धनि-धनि तेरे हाथ ये, धनि-धनि तेरो माथ॥ ~वियोगी हरि #प्रताप_जयंती ⚔️ #लेखनी✍️
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राणा प्रताप की खुद्दारी, भारत माता की पूंजी है।
ये वो धरती है जहां कभी, चेतक की टापें गूंजी है।

पत्थर-पत्थर में जागा था, विक्रमी तेज़ बलिदानी का।
जय एकलिंग का ज्वार जगा, जागा था खड्ग भवानी का !

~ पं नरेंद्र मिश्र
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राणा प्रताप की खुद्दारी, भारत माता की पूंजी है। ये वो धरती है जहां कभी, चेतक की टापें गूंजी है। पत्थर-पत्थर में जागा था, विक्रमी तेज़ बलिदानी का। जय एकलिंग का ज्वार जगा, जागा था खड्ग भवानी का ! ~ पं नरेंद्र मिश्र #प्रताप_जयंती ⚔️ #देश_भक्ति #लेखनी✍️
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आरती सिंह 🕊️(@AarTee33) 's Twitter Profile Photo

हाल बेहाल है तारीक है मुस्तक़बिल भी,
बन पड़े तुम से तो माज़ी मिरा ला दो मुझ को,

ख़ुद को रख के मैं कहीं भूल गई हूँ शायद,
तुम मिरी ज़ात से एक बार मिला दो मुझ को..!!

~निकहत इफ़्तिख़ार

हाल बेहाल है तारीक है मुस्तक़बिल भी, बन पड़े तुम से तो माज़ी मिरा ला दो मुझ को, ख़ुद को रख के मैं कहीं भूल गई हूँ शायद, तुम मिरी ज़ात से एक बार मिला दो मुझ को..!! ~निकहत इफ़्तिख़ार
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आरती सिंह 🕊️(@AarTee33) 's Twitter Profile Photo

न अब कश्मीर रहने दे, न अब बंगाल रहने दे,
हमेशा के लिए ऐ दिल मुझे भोपाल रहने दे।

मुहब्बत की गरीबी से मेरा दम घुटने लगता है,
तू अपने प्यार की दौलत से माला माल रहने दे..!!

~ मयक़श अमरोहवी

न अब कश्मीर रहने दे, न अब बंगाल रहने दे, हमेशा के लिए ऐ दिल मुझे भोपाल रहने दे। मुहब्बत की गरीबी से मेरा दम घुटने लगता है, तू अपने प्यार की दौलत से माला माल रहने दे..!! ~ मयक़श अमरोहवी
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अब उन की ख़्वाब-गाहों में कोई आवाज़ मत करना,
बहुत थक-हार कर फ़ुटपाथ पर मज़दूर सोए हैं..!!

~ नफ़स अम्बालवी

अब उन की ख़्वाब-गाहों में कोई आवाज़ मत करना, बहुत थक-हार कर फ़ुटपाथ पर मज़दूर सोए हैं..!! ~ नफ़स अम्बालवी
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गरचे पत्थर हूं मगर इतना भी पत्थर तो नहीं
तू जो छू दे , मैं हवाओं की तरह बह निकलूं !

~ ध्रुव गुप्त

गरचे पत्थर हूं मगर इतना भी पत्थर तो नहीं तू जो छू दे , मैं हवाओं की तरह बह निकलूं ! ~ ध्रुव गुप्त
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आरती सिंह 🕊️(@AarTee33) 's Twitter Profile Photo

ये तेरे फ़न पे कोई शक़ नहीं सवाल है बस
तू मुक़म्मल है तो हमलोग अधूरे क्यों है !

~ ध्रुव गुप्त

ये तेरे फ़न पे कोई शक़ नहीं सवाल है बस तू मुक़म्मल है तो हमलोग अधूरे क्यों है ! ~ ध्रुव गुप्त
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Aalok Shrivastav(@AalokTweet) 's Twitter Profile Photo

आरती सिंह 🕊️ Shweta Jha (मोदी जी का परिवार) Narpati C Pareek 🇮🇳 Archana Sharma Arun Tripathi Alok Ranjan Srivastav Margret. Kuldip Mengi sirOne. सन्तोष 'एहसास' #(मोदी जी का परिवार) Geeta Natha रोज़ ख़्वाबों में आ के चल दूँगा
तेरी नींदों में यूँ ख़लल दूँगा

अपना एहसास छोड़ जाऊँगा
तेरी तन्हाई ले के चल दूँगा

मैं नई शाम की अलामत हूँ
ख़ाक सूरज के मुँह पे मल दूँगा

अब नया पैरहन ज़रूरी है
ये बदन शाम तक बदल दूँगा

कितनी पुरानी ग़ज़ल आज आपने याद दिला दी आरती जी 🥰 आपका…

@AarTee33 @ShwetaJha01 @pareeknc7 @ArchanaVed @tripathiarun123 @alokrsrivastav @margret_017 @MengiKuldip @kssirone @Sksio3 @NathaGeeta रोज़ ख़्वाबों में आ के चल दूँगा तेरी नींदों में यूँ ख़लल दूँगा अपना एहसास छोड़ जाऊँगा तेरी तन्हाई ले के चल दूँगा मैं नई शाम की अलामत हूँ ख़ाक सूरज के मुँह पे मल दूँगा अब नया पैरहन ज़रूरी है ये बदन शाम तक बदल दूँगा कितनी पुरानी ग़ज़ल आज आपने याद दिला दी आरती जी 🥰 आपका…
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आरती सिंह 🕊️(@AarTee33) 's Twitter Profile Photo

आएगी ज़रूर मेरे नाम की, सब देखना,
हाल मेरे दिल का हो लोगों तब देखना,
आएगी ज़रूर चिट्ठी..!!🎶

(चिट्ठी) 📨 ✍️
🎬 दुल्हन (1974)
🖋️ आनंद बक्षी 🎵 लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
🎤 लता मंगेशकर 🎵 हेमा मालिनी
Shweta Jha (मोदी जी का परिवार) Margret. Manita Singh
youtu.be/kFl7VvYSiEQ?si…

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Margret.(@margret_017) 's Twitter Profile Photo

उस अजनबी से वास्ता ज़रूर था कोई
वो जब कभी मिला तो बस मिरा लगा मुझे...


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Shweta Jha (मोदी जी का परिवार)(@ShwetaJha01) 's Twitter Profile Photo

मैं अपने हौसले को बचाऊँगा
घर से निकल पड़ा हूँ तो फिर दूर जाऊँगा

तूफ़ान आज तुझसे है , मेरा मुकाबला
तू तो बुझाएगा दीये, पर मैं जलाऊँगा..!!

~ ज्ञान प्रकाश विवेक
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मैं अपने हौसले को #यक़ीनन बचाऊँगा घर से निकल पड़ा हूँ तो फिर दूर जाऊँगा तूफ़ान आज तुझसे है , मेरा मुकाबला तू तो बुझाएगा दीये, पर मैं जलाऊँगा..!! ~ ज्ञान प्रकाश विवेक #अवश्य #लेखनी✍️
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